पुरुषों में कुत्तों के ये 5 गुण हों तो दांपत्य जीवन में नहीं होगी परेशानी, पत्नी हमेशा रहेगी संतुष्ट
1. जो मिले उसी में संतुष्ट रहो
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि पुरुषों को अपनी शक्ति के अनुसार काम करना चाहिए।
और आपको मिलने वाले पैसे से संतुष्ट होना चाहिए। उस पैसे से परिवार का पालन-पोषण करें।
ऐसा करने वाले पुरुषों को ही श्रेष्ठ कहा जाता है। चाणक्य ने इसकी तुलना कुत्ते से की।
जैसे कुत्ता अपने भोजन से संतुष्ट होता है। पुरुषों के लिए भी यही कहा गया है।
2.सावधान रहें
कुत्तों में यह गुण होता है कि वे सोते समय भी सतर्क रहते हैं। घर के पुरुषों को ऐसा ही होना चाहिए।
उन्हें अपनी पत्नी, परिवार और कर्तव्यों के प्रति भी सतर्क रहना चाहिए।
शत्रुओं से सावधान रहना चाहिए। साथ ही वे चाहे कितनी ही गहरी नींद में क्यों न सो रहे हों,
स्त्री और परिवार की खातिर उन्हें संभलकर सोना चाहिए। ऐसे पुरुषों से महिलाएं हमेशा खुश रहती हैं।
3. वफादारी जरूरी है
कुत्ते वफादारी के उदाहरण हमेशा से दिए गए हैं।पुरुष को भी अपनी स्त्री के प्रति वफादारी दिखानी चाहिए
चाणक्य कहते हैं कि जिस घर में पुरुष वफादार नहीं होते वहां महिलाएं कभी खुश नहीं रहती हैं।
वहीं वफादार पुरुषों के साथ महिलाएं हमेशा खुश रहती हैं।
4. वीरता है जरुरी
आचार्य चाणक्य के अनुसार पुरुषों में कुत्ते की तरह वीरता होना जरूरी है।
जैसे कुत्ता मालिक के लिए अपनी जान गँवा देता है। उसी प्रकार मनुष्य को भी वीर होना चाहिए।
जरूरत पड़े तो अपनी पत्नी के लिए अपनी जान भी दे दो। ऐसे पुरुष भाग्यशाली महिलाओं को ही मिलते हैं।
5. संतुष्ट
चाणक्य के अनुसार पुरुष को अपनी स्त्री को हमेशा संतुष्ट रखना चाहिए।
एक आदमी को हमेशा अपने साथी की सभी तार्किक बातों का पालन करना चाहिए और उसे भावनात्मक रूप से संतुष्ट भी रखना चाहिए।