चाणक्य नीति: ऐसे लोग दुश्मन से भी ज्यादा खतरनाक होते हैं, जरूरत पड़ने पर भी उनकी मदद न ले
क्रोधी व्यक्ति से रहें दूर
आचार्य चाणक्य के अनुसार जो व्यक्ति क्रोधी होते हैं और कामी होते हैं या कह लीजिए काम
और क्रोध के नशे में होते हैं उनकी गलती से भी मदद नहीं लेनी चाहिए
ऐसे लोग अपनी इच्छापूर्ति के लिए दूसरे को हमेशा नुकसान पहुंचाते हैं। उन्हें ऐसा करने से खुशी मिलती है।
ईर्ष्यालु लोगों से दूरी
चाणक्य के नीति शास्त्र के अनुसार जो लोग दुष्ट और लालची होते हैं, वे दूसरों की प्रगति से ईर्ष्या करते हैं,
इसलिए ऐसे लोगों को जीवन में किसी से मदद नहीं लेनी चाहिए।
ऐसे लोग ऊपर से जरूर दिखाएंगे कि वे आपकी मदद कर रहे हैं, लेकिन अंदर ही अंदर वे आपके काम को बिगाड़ने की कोशिश करेंगे।
स्वार्थी व्यक्ति से दूरी बनाए रखें
चाणक्य नीति के अनुसार स्वार्थी व्यक्ति जीवन में अपने फायदे के अलावा और कुछ नहीं सोचता।
और अपने स्वार्थ के लिए दूसरों को फंसाता है। इसलिए इनसे दूर रहना ही बेहतर है।
ऐसा व्यक्ति जीवन में कभी भी आपकी मदद नहीं करेगा बल्कि केवल अपना लाभ चाहता है।