डायबिटीज के रोगियों को लाल की जगह हरा सेब क्यों खाना चाहिए? विशेषज्ञों से जानें
सेब ब्लड शुगर को नहीं बढ़ने देता एक मध्यम आकार के सेब में 27 ग्राम कार्ब्स होते हैं, लेकिन इनमें से 4.8 ग्राम फाइबर होता है।
इससे आपका ब्लड शुगर लेवल तेजी से नहीं बढ़ता है।
इसके अलावा, सेब में पाई जाने वाली अधिकांश चीनी फ्रुक्टोज के रूप में होती है, जिसका पूरे फल के रूप में सेवन करने पर रक्त शर्करा के स्तर पर बहुत कम प्रभाव पड़ता है।
सेब के सेवन से इंसुलिन प्रतिरोध में सुधार होता है इंसुलिन एक हार्मोन है जो आपके रक्त से शर्करा को आपकी कोशिकाओं तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
सेब में मौजूद विशिष्ट फ्लेवोनोइड्स, जैसे क्वेरसेटिन, कार्ब पाचन को धीमा करके रक्त शर्करा के स्तर को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।
क्लोरोजेनिक एसिड आपके शरीर को चीनी को अधिक कुशलता से अवशोषित करने में मदद कर सकता है जबकि फ्लोरिज़िन रक्तप्रवाह में चीनी के अवशोषण को धीमा कर सकता है।
अध्ययन क्या कहता है? 2019 में किए गए एक अध्ययन में 339,383 प्रतिभागी थे।
विश्लेषण में पाया गया कि सेब का सेवन टाइप 2 मधुमेह के खतरे को काफी कम कर सकता है।
इसके अलावा मधुमेह से पीड़ित व्यक्ति को अपने ब्लड शुगर को नियंत्रण में रखने के लिए
पूरे दिन के आहार में फलों को अवश्य शामिल करना चाहिए, यह बहुत फायदेमंद होता है।