भारत का पहला ई-आरयूपीआई आ गया है, जानिए अब इस 'डिजिटल नोट' का भुगतान कैसे किया जाएगा

कैसे ई-आरयूपीआई नोट से अलग होगा     नोट को बटुए, जेब या बटुए में रखें।  लेकिन ई-रुपया ई-वॉलेट जैसे पेटीएम या गूगल पे आदि में रखा जाएगा। 

अगर कोई भुगतान करना चाहता है, तो हम उसे नोट सौंप देते हैं या उसके खाते में धनराशि स्थानांतरित कर देते हैं। 

बल्कि उस व्यक्ति के खाते में डिजिटल रूप से ट्रांसफर कर दिया जाएगा। 

जिस तरह नोट बदलने के लिए बिजली या इंटरनेट की जरूरत नहीं होती, उसी तरह ई-रुपये की भी जरूरत नहीं होगी। 

हालांकि, पेटीएम, गूगल पे जैसे ई-वॉलेट चलाने के लिए बिजली और इंटरनेट की जरूरत होती है। 

आवश्यकता नहीं बैंक खाते की  ई-रुपये के लिए किसी बैंक खाते की आवश्यकता नहीं होगी जैसा कि अन्य मुद्राओं के मामले में होता है। 

भुगतान UPI ​​वॉलेट या कार्ड के माध्यम से तभी किया जाता है जब बैंक खाता हो।  लेकिन ई-रुपये में किसी बैंक खाते की जरूरत नहीं होगी। 

जो व्यक्ति भुगतान करना चाहता है, उसे एक विशेष प्रकार का ई-वाउचर जारी किया जाएगा।  वह व्यक्ति ई-वाउचर को भुना सकेगा

4 बड़े फायदे ई-रुपये  संपर्क रहित - ई-रुपया पूरी तरह से इलेक्ट्रॉनिक वाउचर के रूप में होगा जिसे प्रिंट करने की आवश्यकता नहीं होगी। 

न ही किसी को ई-वाउचर का प्रिंट आउट देना होगा।  

ई-वाउचर के माध्यम से लेनदेन सत्यापन कोड के माध्यम से किया जाएगा।  इसके लिए किसी नकद या कार्ड की आवश्यकता नहीं है।

ई-रुपया इन बैंकों ने जारी किया  state Bank of India HDFC bank axis Bank Punjab National Bank  

Bank Of Baroda Canara Bank indusind bank ICICI Bank