Google महिलाओं के लिए Startups Accelerator Programme शुरू करेगा
Google महिलाओं के लिए Startups Accelerator Programme शुरू करेगा
भारत में महिला संस्थापकों के नेतृत्व में लगभग 20 स्टार्टअप को बढ़ावा देगा Google ने अपने Startup Accelerator Programme की घोषणा कर दी है
भारत में महिला संस्थापकों के नेतृत्व में लगभग 20 स्टार्टअप को बढ़ावा देगा Google ने अपने Startup Accelerator Programme की घोषणा कर दी है
इस कार्यक्रम का उद्देश्य महिला संस्थापकों को उन चुनौतियों से निपटने में मदद करना है
इस कार्यक्रम का उद्देश्य महिला संस्थापकों को उन चुनौतियों से निपटने में मदद करना है
Google ने अपने Startup Accelerator Programme की घोषणा कर दी है।
Google ने अपने Startup Accelerator Programme की घोषणा कर दी है।
जो भारत में महिला संस्थापकों के नेतृत्व में लगभग 20 स्टार्टअप को बढ़ावा देगा। इस कार्यक्रम का उद्देश्य महिला संस्थापकों को उन चुनौतियों से निपटने में मदद करना है
जो भारत में महिला संस्थापकों के नेतृत्व में लगभग 20 स्टार्टअप को बढ़ावा देगा। इस कार्यक्रम का उद्देश्य महिला संस्थापकों को उन चुनौतियों से निपटने में मदद करना है
जो उनके अनुभव के लिए अनोखा हैं, जिसमें धन उगाहना (fund raising),काम पर रखना (hiring) और कई अन्य काम शामिल हैं।
जो उनके अनुभव के लिए अनोखा हैं, जिसमें धन उगाहना (fund raising),काम पर रखना (hiring) और कई अन्य काम शामिल हैं।
इनके अलावा पाठ्यक्रम में AI/ML, क्लाउड, UX, एंड्रॉइड, वेब, उत्पाद रणनीति और विकास के साथ-साथ महिलाओं |
इनके अलावा पाठ्यक्रम में AI/ML, क्लाउड, UX, एंड्रॉइड, वेब, उत्पाद रणनीति और विकास के साथ-साथ महिलाओं |
वैश्विक समुदाय तक पहुंच प्रदान करने के लिए कार्यशालाएं (workshops)और समर्थन (support) शामिल होगा।
वैश्विक समुदाय तक पहुंच प्रदान करने के लिए कार्यशालाएं (workshops)और समर्थन (support) शामिल होगा।
भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी स्टार्टअप पूंजी है, जो केवल अमेरिका और चीन से पीछे है। देश में 100 से अधिक यूनिकॉर्न बन चुके हैं
भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी स्टार्टअप पूंजी है, जो केवल अमेरिका और चीन से पीछे है। देश में 100 से अधिक यूनिकॉर्न बन चुके हैं
इनमें भी 22 यूनिकॉर्न अकेले 2022 में ही बने हैं। ई-कॉमर्स, हेल्थटेक, फिनटेक और कई अन्य में ये फैले हुए हैं।
इनमें भी 22 यूनिकॉर्न अकेले 2022 में ही बने हैं। ई-कॉमर्स, हेल्थटेक, फिनटेक और कई अन्य में ये फैले हुए हैं।