कृषि-बिजली क्षेत्र को लेकर नितिन गडकरी ने कही यह बात, सुनकर चौंक जाएंगे आप
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि भारत, जो ऊर्जा की कमी का सामना कर रहा है,
अपने कृषि क्षेत्र को ऊर्जा और बिजली क्षेत्र में भी विविधता लाने की जरूरत है।
गडकरी ने कहा कि देश को अपनी ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए हर साल आयात पर एक बड़ी राशि खर्च करनी पड़ती है।
हम पेट्रोल, डीजल और अन्य पेट्रोलियम उत्पादों के आयात पर हर साल 15 लाख करोड़ रुपये खर्च करते हैं।
ऐसे में अब समय आ गया है कि हमें कृषि क्षेत्र को ऊर्जा और बिजली क्षेत्र की ओर भी विविधीकृत करना चाहिए।
वैकल्पिक ईंधन
उद्योग जगत से वैकल्पिक ईंधन पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह करते हुए उन्होंने कहा कि
भविष्य की प्रौद्योगिकियों की मदद से कृषि क्षेत्र को विविध बनाया जा सकता है।
गडकरी ने कहा, "हमारी आबादी का 65-70 प्रतिशत हिस्सा कृषि पर निर्भर है लेकिन हमारी कृषि विकास दर केवल 12-13 प्रतिशत है।
चीनी से आय बढ़ाने के लिए अगला कदम सह-उत्पादन होना चाहिए। उद्योग को कम चीनी का उत्पादन करना चाहिए।
और अधिक उप-उत्पाद जिसमें भविष्य में नेतृत्व के पास प्रौद्योगिकी और
ज्ञान को पूंजी में बदलने की दृष्टि है लेकिन 36 मिलियन टन चीनी का उत्पादन किया गया है।
जैव इथेनॉल
उन्होंने कहा कि ऑटो रिक्शा बायो-एथेनॉल से भी चल सकते हैं। इसके अलावा निर्माण क्षेत्र के उपकरण वैकल्पिक ईंधन पर भी चल सकते हैं